Risk of Cancer and Thyroid: आयुर्वेदिक उपायों से गंभीर बीमारियों पर लगाम
Risk of Cancer and Thyroid: आधुनिक जीवनशैली और हमारी खान-पान की आदतें हमें कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने के लिए मजबूर कर रही हैं। कैंसर और थायरॉइड जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, और इसके पीछे का मुख्य कारण हमारी दिनचर्या और उपयोग की जाने वाली सामग्रियों में मौजूद रसायनों का प्रभाव है। लेकिन अगर आप आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं, तो आप अपनी स्वास्थ्य को मजबूत बना सकते हैं और इन गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
आयुर्वेद का महत्व
आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली है, जो प्राकृतिक उपचारों और जीवनशैली में संतुलन पर आधारित है। यह न केवल बीमारियों का इलाज करता है, बल्कि स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है। यदि हम आयुर्वेद के सिद्धांतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें, तो हम कैंसर और थायरॉइड जैसी समस्याओं को रोक सकते हैं।
प्लास्टिक का खतरनाक प्रभाव
आजकल, काले प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। ये बर्तन खासकर जब गर्म भोजन के लिए उपयोग किए जाते हैं, तब उनमें से रसायन भोजन में मिल जाते हैं। इन रसायनों का सेवन शरीर में विभिन्न समस्याओं का कारण बनता है, जैसे कि:
- मानव कोशिकाओं को नुकसान: प्लास्टिक में मौजूद रसायन मानव कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कोशिका वृद्धि रुक जाती है।
- हृदय की रक्तवाहिकाओं में रुकावट: यह रक्त वाहिकाओं में जाम का कारण बन सकता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं।
- गर्भाशय की कार्यप्रणाली पर प्रभाव: ये रसायन हार्मोनल असंतुलन का कारण बनते हैं, जो थायरॉइड और अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों को प्रभावित कर सकता है।
- कैंसर का खतरा: काले प्लास्टिक में मौजूद एक रसायन ‘डेका बीडीई’ कैंसर के खतरे को 300% बढ़ा देता है।
आयुर्वेदिक उपाय
क्या खाना चाहिए?
अगर आप कैंसर और थायरॉइड के खतरे से बचना चाहते हैं, तो आपको अपने आहार में निम्नलिखित चीजों को शामिल करना चाहिए:
- गेंहू घास (Wheatgrass): यह शरीर को डीटॉक्सिफाई करने में मदद करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
- गिलोय: आयुर्वेद में इसे अमृत माना गया है, जो शरीर के सभी प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करता है।
- एलोवेरा: यह त्वचा और पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद है।
- नीम: इसके सेवन से शरीर के अंदरूनी संक्रमण को खत्म करने में मदद मिलती है।
- तुलसी: यह तनाव कम करती है और इम्यूनिटी को मजबूत करती है।
- हल्दी: यह एक प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी है, जो कैंसर से लड़ने में मदद करती है।
क्या नहीं खाना चाहिए?
कैंसर से बचने के लिए आपको निम्नलिखित चीजों से परहेज करना चाहिए:
- प्रोसेस्ड फूड: इनमें रसायनों की मात्रा अधिक होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है।
- तले हुए पदार्थ: ये शरीर में वसा और रसायनों का स्तर बढ़ाते हैं।
- लाल मांस: इसका सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स: इनमें चीनी और रसायनों की अधिकता होती है।
रसोई में बदलाव
आपकी रसोई में क्या है, यह आपके स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालता है। आपको अपनी रसोई में निम्नलिखित बदलाव करने चाहिए:
- स्टील के बर्तन: ये न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं।
- लोहे के बर्तन: आयरन बर्तन एनिमिया का इलाज करते हैं और शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- तांबे की बोतलें: ये शरीर में ऊर्जा बढ़ाती हैं।
- ग्लास के बर्तन: माइक्रोवेव में ग्लास का उपयोग करें, क्योंकि यह रसायनों का रिसाव नहीं करता।
- सरसों का तेल और देसी घी: इनका उपयोग स्वस्थ खाना पकाने के लिए करें।
प्लास्टिक के बर्तनों के खतरें
प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग करने से कई खतरे उत्पन्न होते हैं:
- गर्म प्लास्टिक से रसायन निकलते हैं: जब प्लास्टिक को गर्म किया जाता है, तो उसमें से रसायन निकलकर भोजन में मिल जाते हैं।
- खाद्य पदार्थों में रसायनों का मिश्रण: इससे शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।